(मां के लिए दो शब्द)
👉चिता को जलते हुए, कल मैंने भी देखा है।
👉आशु भी बहते हुए, अपनों के लिए देखा है।
👉पल भर में दूर चले जाते है,
वो, फिर कभी लौटकर नहीं आने वाले मैंने भी कल देखा है।
👉बस याद आया करते है वो, आंखों में आशु दे जया करते है।
👉कभी जिसे याद कर मुसुकुराया करते थे, वो आज आंखो में आंसु दे जया करते हैं।
👉जो हमे चलना सिखाया करती थीं, आज खुद ही चली गई।
👉जो हमे हसना सिखाया करती थी, आज वही रुला के चली गई।
👉जो हमेशा दिल से लगाकर रखती थी, आज वही छोड़कर चली गई।
👉ये मां तू नहीं है फिर भी याद तेरी रही गई।
👉जाते जाते हमे भी ले जाती बस यही तम्मना थी, हे मां आप अपने बेटे को क्यों छोड़कर चली गई।
👉 एक सत्य: इस संसार में जो भी आया सबको जाना है। आप सभी से रिश्ता बनाए रखें। क्योंकी
👉 जीवन घर से (जन्म) घाट (मृत्यु) तक ही होता है।